Experience is the best coach...
वही श्याम वही रात और वही चांदनी
कुछ अलग है तो बस, ये बहती आँखें
इनमे तन्हाई और चाहत मे का बसेरा ...
कितने गुज़रे पर आज भी एक सावन बसा रखा है
No comments:
Post a Comment