Tuesday, August 19, 2008

वो श्याम, वो रात, वहीं आँखें और वही अस्क


कल पुरी रात वो बोलता रहा और मैं सुनता रहा। उसकी ज़िन्दगी की सारी कहानी नशे मे धुत जैसे उसकी जुबान से बिन पूछे ही बयान हो रहा था। ज़िन्दगी , माँ बाप, रिश्तेदार और उसकी बातें करता रहा। कुछ पल के लिए वो बदल गया था और पुराना कॉलेज वाला गुलरेज़ बन गया था। बड़े दिनों के बाद उसे ऐसे दिल खोल के हस्ते हुए देखा तो अछा लगा। जाने मुझे ऐसा क्यों लगता है की उसके पास कुछ jओ मैं जितना पास जाता हूँ एक अजीब सी कौतुहल लगता है । उसको देखूं तो लगता है के वो खुदा के बहुत करीब है और हमेशा उसकी ये बातें मुझे उसके करीब रहने को उकसाता है। बहुत दिनों बाद वो कल खुल के बोला। मुझे जितना याद है आज तक उसने कभी इतनी खुल के कभी बात नहीं की पर जाने क्यों कल शराब की दो घूँट उसे सब कुछ बुलवा रहा था। उसने कभी किसी चीज़ को लेके कभी परेशान नहीं हुआ। घर मे हुए समस्याओं के लिए उसके हसी खुसी अपनी भविष्य से मुह मोड़ लिया.उसके लिए उसके माँ बाप सबसे ऊपर हैं इस लिए शायद उसने ऐसा किया। कभी उसने किसी के आगे इतना रोया नहीं जितना वो कल रोया। और वो भी किस लिए एक लड़की के लिए जिससे वो अपना Lucky Charm समझता है। मुद्दतो बात कल वो पुरी रात उसे याद करता रहा और को याद करता रहा उसे और उसके साथ बिताये गए वो दिन। सब कुछ ठीक था दोनों मैं पर जाने क्या हुआ धीरे भिरे वो बदलने लगी पर आज भी ये उसी तराह उसकी इंतज़ार मैं है। इसे आज भी अपने खुदा पे भरोषा है, उसपे भरोसा है की वो वापस आयेगी इसकी सपनो की दुनिया मैं। मैंने रियल लाइफ मे किसीको किसी से इतना प्यार करते हुए पहली बार महसूस किया है। खुदा से उसको कोई गिले शिकवे नहीं है । इतना कुछ होने के बावजूद भी वो अल्लाह के और करीब नज़र आया। वो तो पहले से ही उसके बहुत करीब था पर ज़िन्दगी की तकलीफों ने उसे उसके और करीब कर दिया है। भले ही वो बड़ा हो गया है और परिपक्वा हो गया है पर दिल का बहुत साफ़ इंसान है। शायद ऐसे ही कुछ लोगों के लिए ज़िन्दगी इतनी खूबसूरत है। खुदा से दरख्वास्त है की उसे उसकी मुकम्मल हक अदा करें ....

No comments:

Post a Comment