Monday, April 25, 2011

सत्य साईं बाबा नहीं रहे ...

कल शाम को जैसे ही मैंने थ खोला तो सभी चनेलो पर एक ही समाचार चाय हुआ था और वो समाचार था "सत्य साईं बाबा का निधन हो गया"। मुझे नहीं पता के वो क्या थे ; भगवान या आम इंसान मगर मेरे प्रान्त ओडिशा में मैंने बहूत लोगों तो उन्हें पुजते देखा है। चाहे वो उनकी दैवी शक्ति के लिए हो या समाज सेवा के लिए हो मेरे सेहर मे उनके बहूत भक्त आपको मिल जायेंगे। पर क्यूँ के में ज्यादातर घर से बहार ही रहा हूँ और मुझे ऐसी बिस्वास मे कम यकिन हैं। कुछ महीनो पहले टीवी पे भी किसी प्रोग्राम में बाबा के बिभूति प्रकट की घटना के बारे में चराएँ सामने ई थी और इसी सन्दर्भ में मैंने गूगल और इन्टरनेट के सहारे बहूत चन बीन भी की। पर मुझे न बिस्वास करने के लिए और न ही अबिस्वास करने के लिए कोई कारण मिला और क्यों की में खुद बाबा से परिचित नैन हूँ तो मैंने अपना सिध्हंत अपने तक सीमित मे ही भरोसा करता हूँ । खैर जब वो नहीं रेह तो सारे बिबदों से परे में उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ और उनके सारे समाज मंगल कार्यो के लिए धन्यवाद करता हूँ। यहाँ गौरतलब है की उनकी पार्थिव शारीर को पुर्थापथी में रखा गया है जहाँ २४ घंटे दर्शन के लिए भक्तो का हुजूम उमड़ पड़ा है। आन्ध्र प्रदेश में ३ दिन की राजकीय शोक घोषणा किया गया है और मंगल वार को उनकी शारीर को समाधी दी जाएगी।

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