Thursday, August 12, 2010

अंधा कुआँ और मे



किसीने सच ही कहा था के "अगर आप अंधे कुँए मे से गुज़र रहे हैं तो बस चलते रहिये... उजाला कहीं तो आपका
इस्तकबाल करेगी॥" ये अब मेरे साथ सच साबित हुई है और मे भी करूँ तो क्या बस चलते रहने के सिवा। बस अब उम्मीद है के उजाला जल्द ही आयेगी और मुहे रोशन करें ..

2 comments: